RANIKHET TRIP IN HINDI - RANIKHET TOURISM
RANIKHET TOURIST PLACE IN HINDI | रानीखेत पर्यटन स्थल
भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित रानीखेत एक मुख्य HILL STATION है। रानीखेत अगर इस जगह के नाम की बात करूँ तो यहाँ के स्थानीय लोगो का कहना है की इस जगह का नाम यहाँ की पौराणिक कथा से लिया गया है। यहाँ पर फौजी छावनी भी है ये जगह प्राकृतिक प्रेमियों को तो पसंद आती ही है साथ साथ यहाँ पर गोल्फ प्रेमियों के लिए भी एक बहुत अच्छा पार्क है। वही अगर में इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता की बात करूं तो RANIKHET देवदारों और बलूत जैसे बड़े बड़े पेड़ो से घिरा हुआ एक बहुत खूबसूरत HILL STATION है।
रानीखेत में हिमालय की पर्वत श्रृंखलायों को आसानी से देखा जा सकता है। RANIKHET में पूरी सुविधा से घूमने के लिए आप पिण्डारी ग्लेशियर ,कौसानी ,चौबटिया और कलिका जा सकतें है। और सबसे अच्छी बात चौबटिया में आप उत्तराखंड सरकार के फलों के बगीचे भी देख सकते हो। RANIKHET उन जगहों में से भी है जहाँ पर लोग शहर की भीड़ से दूर शांति और प्राकृतिक की अद्भुत सुंदरता को देखने के लिए भी आते हैं।
विकिपीडिया के अनुसार ब्रिटिश सरकार ने सन 1861 में कमाऊं रेजिमेंट की स्थापना भी RANIKHET में की थी। वर्तमान समय में RANIKHET एक HILL STATION के रूप में प्रयोग किया जाने लगा है। वही RANIKHET की स्वच्छता की बात करें तो स्वच्छ सर्वेछण 2017 के अनुसार दिल्ली और अल्मोड़ा छावनियों के बाद RANIKHET भारत की सबसे स्वच्छ छावनी है।
HISTORY OF RANIKHET IN HINDI | रानीखेत का इतिहास
रानीखेत का इतिहास बहुत ही खास है क्यूँकि RANIKHET का इतिहास अंग्रेजों से जुड़ा हुआ है। विकिपीडिया के अनुसार 3 मई 1815 को गोरखाओं ने कमाऊं को अंग्रेजों के हाथों सौंप दिया था। अल्मोड़ा की जीत के बाद 1831 तक अंग्रेजी सेना और उनके बड़े अधिकारी हवलबाग में ही रहते थे। कुछ समय के बाद सेना के कार्यलयों को अल्मोड़ा में बना दिया गया। इसी सेना का नाम बाद में कमाऊं बटालियन पड़ा।
ब्रिटिश शासन काल के दौरान इस जगह को शिमला की जगह ब्रिटिश भारत ग्रीष्मकालीन मुख्यालय के रूप में भी प्रस्तावित किया गया था उसके बाद 1869 में इस जगह बहुत सी छावनियाँ बनवाई गयीं जो वर्तमान समय में कमाऊं रेजिमेंट सेंटर है।
ऐसा कहा जाता है की सैकड़ों वर्ष पहले रानी अपनी यात्रा के लिए निकली हुई थीं। इस जगह से गुजरते हुए रानी को RANIKHET की प्राकृतिक सुंदरता बहुत अच्छी लगी थी इसीलिए उन्होंने अपने रात्रि विश्राम के लिए वो इसी जगह पर रुक गयीं थीं। फिर रानी को यह जगह इतनी पसंद आयी की बाद में उन्होंने इस जगह को ही अपना निवास स्थान बना लिया था। RANIKHET में जो खड़ा बाजार लगता है इसका नाम बाजार की उतार और चढाई के कारण ही पड़ा है। वह बाजार बहुत ही अद्भुत है।
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PLACES TO VISIT IN RANIKHET IN HINDI | Places to visit near me |रानीखेत में घूमने की जगहें
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RANIKHET IMAGES |
रानीखेत की प्राकृतिक सुंदरता को शब्दों में नही बयां किया जा सकता है। RANIKHET की गहरी घाटियां और यहाँ के घने जंगल इस जगह की सुंदरता को और बड़ा देती है। देश की अलग अलग जगहों से RANIKHET में TOURIST हर साल यहाँ घूमने आते हैं। और यहाँ के बहुत सारे TOURIST PLACES भी देखने आते है। RANIKHET की कम भीड़ भाड़ और इस जगह का शांत माहौल RANIKHET को और भी खूबसूरत बना देती है। रानीखेत जाने वाले पर्यटक इन जगहों पर जरूर जाएँ।
* माँ कलिका मंदिर :
माँ कलिका मंदिर RANIKHET से लगभग 6 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है या जगह बर्फ बारी के समय बर्फ की चादरों से ढक जाती है यह मंदिर पहाड़ की छोटी पर स्थित है। मंदिर घूमने के लिए लाखों लोग हर साल यहाँ आते हैं। माँ काली का मंदिर रानीखेत में घूमने वाली जगहों में सबसे ज्यादा प्रशिद्ध है और उत्तराखंड के TOURIST PLACES में भी बहुत प्रशिद्ध है।
* गोल्फ कोर्स :
रानीखेत से लगभग 5 किलोमीटर की दुरी पर स्थित अल्मोड़ा के मार्ग में स्थित भारत के सबसे गोल्फ कोर्सों में से एक है। चारों तरफ से ऊँचे ऊँचे पहाड़ों से घिरी हुई है। यह जगह रानीखेत के प्रमुख TOURIST PLACES में से एक TOURIST PLACE है। यहाँ की 9 गड्डो वाली विशेषता ही इसे भारत का दूसरा सबसे बड़ा गोल्फ का मैदान है।
* चौबटिया गार्डन :
चौबटिया गार्डन RANIKHET का प्रशिद्ध पहाड़ी पर्यटन स्थल है ये जगह RANIKHET से लगभग 10 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है यहाँ पर एशिया का सबसे बड़ा फलों का बगीचा है। यहाँ बहुत से अलग अलग तरह के फलो के पेड़ है। इस बगीचे में 35 से ज्यादा तरह सेब उगाय जाते हैं। इनमे से कईयों को तो निर्यात भी किया जाता है।
*बिन्सर महादेव मंदिर :
बिन्सर महादेव का यह पवित्र मंदिर देवदारों के ऊँचे ऊँचे पहाड़ों के बीच में स्थित है। यह जगह धार्मिक स्थल के साथ साथ अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी बहुत प्रशिद्ध है। ऐसा माना जाता है, की बिन्सर महादेव का मंदिर 9 वीं या 10 वीं सदी में बनाया गया था इसीलिए यह मंदिर उत्तराखंड के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। इस मंदिर में गणेश ,हर गौरी और महेशमर्दिनी की मर्तियाँ स्थापित हैं। महादेव का यह मंदिर बिंदेश्वर महादेव के रूप में भी जाना जाता है।
* द्वारहाट :
अल्मोड़ा जिले का एक कस्बा द्वारहाट RANIKHET से लगभग 21 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है यह TOURIST PLACE RANIKHET में मंदिरों के लिए प्रशिद्ध है जहॉं लाखों लोग दूर दूर से आते हैं। द्वारहाट में 3 वर्गों के अलग अलग मंदिर है जिनमे गूजरदेव का मंदिर सर्वाधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
* झूला देवी मंदिर :
रानीखेत से लगभग 7 किलोमीटर की दुरी पर स्थित यह मंदिर RANIKHET के पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है ऐसा माना जाता है की यह मंदिर लगभग 700 साल पुराना मंदिर है। इस जगह की यही बात प्रयटकों को अपनी और आकर्षित करती है। वर्तमान समय का मंदिर परिसर को सन 1935 में बनवाया गया था। मंदिर के चारों ओर बहुत सी गहरी घाटियाँ माँ झूला देवी के मंदिर की दिव्यता और श्रद्धलुओं के दुखों को समाप्त करने वाली शक्तियों को दर्शाती हैं।
* कटारमल सूर्य मंदिर :
यह मंदिर उत्तराखंड के अल्मोड़ा के अधेली सुनार गाँव में स्थित है। यह मंदिर भारत के प्राचीन मंदिरों में से एक है। इस मंदिर के निर्माण का कार्य छठी से नवीं शताब्दी में कत्यूरी राजवंश ने करवाया था। `यह मंदिर कमाऊं के सबसे ऊँचे मंदिरों में से एक है। ये मंदिर भी RANIKHET के TOURIST PLACES में से एक है।
* कमाऊँ रेजिमेंट संग्रहालय :
रानीखेत में स्थित यह कमाऊँ रेजिमेंट म्यूजियम यहाँ के प्रमुख TOURIST PLACES में से एक है। यह स्मारक १९७४ में सैनिकों की याद में बनाया गया था यहाँ पर हर साल एक बहुत परेड का आयोजन भी किया जाता है इस संग्रहालय में आपको प्राचीन वस्तुयें भी देखने को मिल जाएगी। RANIKHET की घूमने वाली जगहों में से ये जगह भी बहुत अच्छी है।
BEST TIME TO VISIT RANIKHET IN HINDI | रानीखेत घूमने का सबसे अच्छा समय
घूमने वाले लोगों के लिए साल का कोई भी महीना ही क्यों न वो उस महीने को रोचक बना ही लेते है इसी तरह रानीखेत के मौसम में भी वही बात है की यहाँ साल के किसी भी महीने में आओ यहाँ आपको हमेशा RANIKHET की जलवायु ठंढी ही मिलेगी।
रानीखेत अपने शांत वातवरण के लिए के लिए जाना जाने वाला TOURIST PLACE है जो लोगो को शहर की भीड़ भाड़ से दूर यहाँ आकर शांत वातवरण आनंद उठाते हैं।
जैसा की मेने बताया की आप रानीखेत साल के किसी भी महीने में यहाँ घूमने आ सकते हो लेकिन यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता का अच्छा अनुभव लेने के लिए आपको यहाँ गर्मियों के मौसम में ही आना चाहिए। क्यूँकि गर्मियों रानीखेत घूमने के लिए बहुत ही अच्छा होता है यह मेरा अपना अनुभव भी है जो में आपको बता रहा हूँ।
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HOW TO REACH RANIKHET | रानीखेत कैसे पहुँचे
रानीखेत पहुँचने के आपको देश के अलग अलग हिस्सों से सभी तरह के साधन आसानी से मिल जायेंगे। चलिए बताता हूँ की आप रानीखेत सड़क , ट्रैन और हवाई जहाज से कैसे रानीखेत पहुँच सकतें है।
* सड़क से : देश की राजधानी दिल्ली से बसों की सेवाओं से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। रानीखेत जाने का मार्ग , आपको यहाँ टूरिस्ट बसों की सेवाएं और सरकारी बसों की सुविधा आसानी से मिल जाएगी। या फिर आप अपने वाहन से भी आ सकतें है।
* ट्रैन से : रानीखेत के सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम का है जो RANIKHET से लगभग 80 किलोमीटर की दुरी पर है काठगोदाम जाने के लिए दिल्ली से अपने कुछ निर्धारित समय कुछ ट्रेने जाती है। जससे आप आसानी से काठगोदाम पहुँच सकते हैं। काठगोदाम से रानीखेत के लिए आपको यहाँ से टैक्सी मिल जाएँगी जिसकी मदद से आप रानीखेत आसानी से पहुंच सकतें है।
* हवाई जहाज से : रानीखेत के सबसे नजदीकी हवाई अड्डा पंत नगर का ही है जो रानीखेत से लगभग 120 किलोमीटर की दुरी पर है। इस हवाई अड्डे से दिल्ली के लिए नियमित रूप से उड़ाने जाती हैं। पंत नगर पहुंचने के बाद आपको यहाँ से भी टैक्सी की सुविधा आसानी से मिल जाएगी जिसकी सहायता से आप रानीखेत्त आसानी से पहुँच सकतें हैं।
* यहाँ मेने आपको रानीखेत के बारे में वो सभी जानकारियाँ दी है। जो वहाँ घूमने के लिए जरूरी है इन जानकारियों में मेने आपको रानीखेत के बारे में भी बताया है और वहाँ के इतिहास के बारे में भी जानकारी दी है।
रानीखेत में आपको किन जगहों पर घूमने जाना चाहिए उन जगहों के बारे में भी बतया है जहाँ जाकर उन सभी जगहों की सुंदरता को बहुत अच्छी तरह से देख सकतें हैं। और मेने यह भी बताया की आपको रानीखेत किस मौसम में जाना चाहिए और रानीखेत कैसे पहुँच सकतें है। ये सभी जानकारियाँ आपको आपके रानीखेत ट्रिप के लिए मदद गार साबित होंगी। एक बार रानीखेत जरुरु जाइये।
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