हरिद्वार मे घूमने की जगहों की संपूर्ण जानकारियाँ।
हरिद्वार देव भूमि। Haridwar Tourist Places in Hindi
Haridwar Tourist Places in Hindi - नमस्कार दोस्तों आज में आप लोगो को प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक प्रशिद्ध तीर्थ स्थल हरिद्वार मे घूमने की जगह ( Haridwar Tourist Places in Hindi ) की जानकारी दूंगा जिसमे आपको यहाँ के इतिहास और इस जगह से जुड़े हुए कुछ रोचक तथ्यों के बारे में भी बतायूंगा।
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हरिद्वार का अर्थ होता है " हरि ( ईश्वर ) का द्वार " उत्तराखंड में स्थित हरिद्वार नगरी हिन्दुओं के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। हरिद्वार का इतिहास बहुत ही प्राचीन है हरिद्वार एक ऐसा पहला मैदानी झेत्र है जहाँ पवित्र गंगा नदी प्रवेश करती है। और इसीलिए हरिद्वार को " गंगाद्वार " के नाम से भी जाना जाता है।
हिन्दू धर्म की पैराणिक कथाओं के अनुसार जब समुन्द्र मंथन हुआ था और उस मंथन में से निकले अमृत की कुछ बुँदे चार जगहों पर गिरी थी जिन में से एक जगह हरिद्वार भी है और बाकी की वो तीन जगहों के नाम ये है - उज्जैन , नासिक , और प्रयाग हैं। भारत की यही वो चार जगह है जहाँ बारी बारी से हर १२ वर्ष में महाकुम्भ के मेले का आयोजन किया जाता है एक जगह पर महाकुम्भ का आयोजन होने के बाद ठीक तीन वर्षो के बाद दूसरी जगह कुम्भ का आयोजन किया जाता है इसी तरह महाकुम्भ का १२ वर्ष का चक्र पूरा होता है। और इस महाकुम्भ के दर्शन के लिए दुनिया भर से करोडो तीर्थयात्री इन जगहों पर आते हैं और शास्त्रों विधि के अनुसार स्न्नान करते है।
हरिद्वार में जिस स्थान पर अमृत की बुँदे गिरी थी उस जगह को " ब्रह्म कुंड हर की पौड़ी " के नाम से जाना जाता है। इसीलिए हरिद्वार के इस घाट को सबसे पवित्र घाट माना जाता है। पुरे भारत से यहाँ श्रद्धालओं की भीड़ उमड़ती है लाखो करोडो श्रद्धालु यहाँ पर स्न्नान करने के लिए आते हैं।
Places to visit in haridwar in hindi | Tourist Places near me |हरिद्वार मे घूमने की जगहें :-
हरिद्वार जाने का सही समय। BEST TIME TO VISIT HARIDWAR
हरिद्वार घूमने जाने के लिए सबसे अच्छा समय किसी पर्व का ही हो सकता है क्यूंकि यहाँ के बारे में जानना का सबसे अच्छा समय यही होता है अगर मौसम की बात करूँ तो आपको मॉनसून का मौसम को छोड़ कर आप कभी भी किसी भी मौसम में यहाँ आ सकतें हैं क्युकी मॉनसून में बारिश की वजह से आप कही घूमने नहीं जा पाएंगे इसी वजह आप हरिद्वार नहीं घूम पाएंगे।
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